मौत की दुआ शायरी :-मृत्यु प्रकृति का नियम है। जिसने पृथ्वी पर जन्म लिया है, उनकी मृत्यु तो निश्चित ही होती है। यह एक ऐसा दौर है, जिससे हर किसी को गुजरना पड़ता है। इसको कोई टाल नहीं सकता।
Maut Ki Dua Shayari
कभी कभी व्यक्ति इतना उदास हो जाता है कि मन में नकारात्मक विचार आने लग जाते हैं, जिन्दगी को अलविदा कहने का विचार आ जाता है।मौत किसी भी समस्या का हल नहीं है। समस्या जिन्दगी का एक हिस्सा है, जो हर किसी के जीवन में आती रहती है। इसका खुल के मुकाबला करना चाहिए।
लम्बी उम्र की दुआ मेरे_लिए न माँग,
ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये..!!
मेरी ज़िंदगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे,
मेरी मौत को भी कोई बहाना चाहिए.
मौत की दुआ शायरी
मौत मांगते हैं तो ज़िन्दगी खफा हो जाती है,
ज़ेहर लाते हैं तो वो भी दवा हो जाता है,
तू ही बता ए मेरे दोस्त क्या करूँ,
जिसको भी चाहते हैं वो बेवफा हो जाता है।
न जाने किस गुनाह की सजा दे दी,
उसे लिखकर किसी ओर के नसीब में,
मेरे खुदा ने ही मुझे मौत दे दी।
मौत की दुआ शायरी
मैंने खुदा से एक दुआ मांगी,
दुआ में अपनी मौत मांगी,
खुदा ने कहा मौत तो तुझे दे दूँ,
पर उसका क्या जिसने हर दुआ में तेरी जिंदगी मांगी।
मौत की दुआ शायरी
कमाल है न जाने ये कैसा उनका प्यार का वादा है
चंद लम्हे की जिंदगी और नखरे मौत से भी ज्यादा हैं
मौत की दुआ शायरी
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है !
किसी दिन तेरी_नजरों से दूर हो जायेंगे हम,
दूर फिजाओं में कहीं खो_जायेंगे हम,
मेरी यादों से लिपट कर_रोने लगोगे,
जब ज़मीन को ओढ़ कर सो_जायेंगे हम.!!
मौत की दुआ शायरी
मौत एक सच्चाई है उसमे कोई ऐब नहीं है
क्या लेके जाओगे यारो कफ़न में कोई जेब नहीं होती।
कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता,
किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता,
एक बार जी भर के देख लो इस चहेरे को,
क्योंकि बार-बार कफ़न मुहं से उठाया नहीं जाता।
मौत से इस कदर डरते है हम,
मौत आसान करने के लिए
रोज़ मरते है हम।
बिन आपके कुछ भी अच्छा नहीं लगता,
अब मेरा वजूद भी सच्चा नहीं लगता,
सिर्फ आपके इंतज़ार में कट रही है ये ज़िंदगी,
वरना मौत के आगोश में सो जाती ये ज़िंदगी।
मौत से केह दो के हमसे नाराज़गी खतम कर ले अब
वो भी बहुत बदल गए हैं जिनके लिए जिया करते थे हम !!
मेरी ज़िंदगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे
मेरी मौत को भी कोई बहाना चाहिए
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है !
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता !
तमाम उम्र जो हमसे_बेरुखी की सबने,
कफ़न में हम भी अजीज़ों से_मुँह छुपा के चले.!!
मौत से पहले जहाँ में चंद साँसों का अज़ाब
ज़िन्दगी जो क़र्ज़ तेरा था अदा कर आये हैं
मौत तेरा डर नहीं मुझको,
क्योंकि मारा है जीते जी अपनो ने मुझको।
उसने पूछा के बताओ ये क़यामत क्या है,
मैने घबरा के कह दिया रूठ जाना तेरा।
मौत कहते हैं किसे जब मुझसे पूछा,
मैने आँखें झुका कर कहा छोड़ जाना तेरा।
मौत की दुआ शायरी
maut ki dua shayari और सब से तल्ख़ हक़ीक़त है। इस के बारे मे इंसानी ज़हन हमेशा से सोचता रहा है, सवाल क़ाएम करता रहा है और इन सवालों के जवाब तलाश करता रहा है लेकिन ये एक ऐसा मुअम्मा है जो न समझ में आता है और न ही हल होता है। शायरों और तख़्लीक़-कारों ने मौत और उस के इर्द-गिर्द फैले हुए ग़ुबार में सब से ज़्यादा हाथ पैर मारे हैं लेकिन हासिल एक बे-अनन्त उदासी और मायूसी है। इश्क़ में नाकामी और बजुज़ का दुख झेलते रहने की वजह से आशिक़ मौत की तमन्ना भी करता है।
हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे…
लकीरें देख कर बोला, तु मौत से नहीं,
किसी की याद में मरेगा
हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से हमें ,
लेकिन उसको इंतजार है मेरी खुदकुशी का है ।
Maut Ki Dua Shayari
तमाम उम्र जो हमसे_बेरुखी की सबने,
कफ़न में हम भी अजीज़ों से_मुँह छुपा के चले.!!
मेरे चहरे से कफ़न हटा कर, जरा दीदार तो कर लो
ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे जिन्हे तुम रुलाया करते थे।
Maut Ki Dua Shayari
आशिक़ मरते नहीं सिर्फ दफनाए जाते हैं,
कब्र खोद कर देखो इंतज़ार में पाए जाते हैं।
मिली है बेवफ़ाई जब से, ना मैने दिल फिर लगाये,
तुम्हारी दोस्ती से बेहतर, मुझे मौत ही आ जाये।
Maut Ki Dua Shayari
मौत मांगते है तो ज़िन्दगी खफा हो जाती है,
जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है,
तु बता ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या करू,
जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है।
एक मुर्दे ने क्या खूब कहा है,
ये जो मेरी मौत पर रो रहे है,
अभी उठ जाऊं तो जीने नहीं देंगे….।।
वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन
फिर यूँ हुआ के मर के दिखाना पड़ा मुझे
किसी खुशी के साथ जीना हो नही पा रहा मेरा,
मुझे अब किसी गम के साथ मौत का सफर तय करना है !
किससे महरूम_ए_किस्मत की शिकायत कीजे,
हमने चाहा था कि मर_जायें सो वो भी नहीं हुआ.!!
यूँ दिल से दिल को जुदा न कीजियेगा,
ज़रा सोच समझ कर फैसला कीजियेगा,
अगर जी सकते हो आप मेरे बिना,
तो बेशक मेरी मौत की दुआ कीजियेगा।
वो मौत की परछाई थी,
जो जिंदगी बन कर आई थी।
ज़िन्दगी का बस एक ही दस्तूर होता हैं,
जब तक रहती हैं इसे खुद पर ग़ुरूर होता हैं,
बित जाती हैं उम्र जब बुढ़ापे तलक,
मौत के साथ ही हर सपना चुर होता हैं,
maut ki dua shayari hindi
सुना है मौत एक पल की भी मोहलत नहीं देती,
मैं अचानक मर जाऊ तो मुझे माफ़ कर देना…
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है
क्या कहूँ तुझे ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,
दिल कहूँ तो बिखर जायेगा !
आ तेरा नाम जिन्दगी रख दूँ !
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा !
वही तफरीक का आलम है बाद_ए_मर्ग भी यारों,
न कतबे एक_जैसे हैं, न कब्रें एक जैसी हैं.!!
उसकी यादों ने मुझे पागल बना रखा है,
कहीं मर ना जाऊं कफ़न सिला रखा है,
मेरा दिल निकाल लेना दफ़नाने से पहले,
वो ना दब जाए जिसे दिल मे बसा रखा है।
जीना चाहता हूँ मगर जिंदगी रास नहीं आती,
मरना चाहता हूँ मगर मौत पास नहीं आती,
उदास हूँ इस जिंदगी से इसलिए क्योंकि,
उसकी यादें तड़पाने से बाज नहीं आतीं।
उन दो पंक्तियों में
मैंने अपनी पूरी कहानी लिख दी,
मौत बड़ी पास से गुजरी,
जिन्द़गी ने होंठों पर झूठी मुस्कुराहट रख दी।
मोहब्बत के नाम पे दीवाने चले आते हैं,
शमा के पीछे परवाने चले आते हैं,
तुम्हें याद आये तो चले आना मेरी मौत पर,
उस दिन तो बेगाने भी चले आते हैं।
तू बदनाम न हो जाए इस लिए जी रहा हूँ मैं,
वरना मरने का इरादा तो रोज ही होता है…
मौत ख़ामोशी है चुप रहने से चुप लग जाएगी
ज़िंदगी आवाज़ है बातें करो बातें करो
“मौत पर भी यकीन है उस पर भी एतबार है !
देखते हैं पहले कौन आता है दोनो का इंतज़ार है !
मौत की दुआ शायरी इन हिंदी
मौत की दुआ शायरी-हमे एक बार ही ज़िन्दगी जीने का मौका मिलता है, इसे दिल खोल कर खुशी से जीना चाहिए, नाकि इसे गुजारना चाहिए, ज़िन्दगी के हर एक पल जीने चाहिए, मौत तो सबको एक दिन आती ही है, लेकिन आजकल लोग प्यार न मिलने पर भी जान दे देते है, और अपनी हसती खेलती ज़िन्दगी खो देते है, ये तो अच्छि बात नही है।
मौत ऐसा अंत है जिसको कोई नहीं चाहता। जिंदगी का सफर काफी सुहाना होता है कभी मुश्कुराना ,कभी रोना और कभी गाना होता है । मौत से हर इंसान दूर भागता है पर ये प्रकृति का नियम है जिसे कोई बदल नहीं सकता है ।कोई भी इंसान कितना भी भागे पर मौत से बच नहीं सकता है
किसी दिन तेरी_नजरों से दूर हो जायेंगे हम,
दूर फिजाओं में कहीं_खो जायेंगे हम,
मेरी यादों से लिपट कर_रोने लगोगे,
जब ज़मीन को ओढ़ कर सो जायेंगे_हम..
भरी महफ़िल में कल सरेआम लगाया था
जी हैं शराब से नफरत करने वाले ने जाम लगाया था
और एक बार नहीं बार – बार लगाया था,
लगता है किसी पत्थर दिल ने उसे बहुत रुलाया था.
मौत की दुआ शायरी इन हिंदी
ना चाँद अपना था और ना तू अपना था,
काश दिल भी मान लेता की सब सपना था
कोई नही आएगा मेरी ज़िदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता।
ना मिलने कि खुशी,
ना खोने का गम,
ज़िन्दगी ने हमें यूं संवारा,
अब मौत से डरते नहीं हम।
मौत की दुआ शायरी इन हिंदी
क्या कहूँ तुझे, ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,
दिल कहूँ, तो बिखर जायेगा।
आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ,
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा।
वफ़ा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले
फिर किसी का होने नहीं देती…
मौत की दुआ शायरी इन हिंदी
इतनी शिद्दत से चाहा उसे की खुद को भी भुला दिया,
उनके लिए अपने दिल को कितनी ही बार रुला दिया,
एक बार ही ठुकराया उन्होंने,
और हमने खुद को मौत की नींद सुला दिया।
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो मौत
न समझना कई बार हुआ है ऐसा तुझे याद करते करते
मौत की दुआ शायरी इन हिंदी
वफा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले तो,
फिर किसी का होने नहीं देती !